इस वक्त की बड़ी खबर राजधानी पटना से आ रही है जहां कुशवाहा समाज के राजभवन मार्च पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया है. पुलिस ने पटना के डाकबंगला चौराहे पर लाठीचार्ज किया है. पुलिस की लाठीचार्ज में कुशवाहा समाज के कई कार्यकर्ताओं को पूरी तरह से चोट आई है. दरअसल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उस बयान के विरोध में कुशवाहा समाज ने आज राजभवन मार्च बुलाया था जिसमें नीतीश कुमार ने रालोसपा अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा पर तंज कसा था पुलिस की इस कार्रवाई के बाद मामले का और तूल पकड़ना तय है.

यह आक्रोश मार्च जेपी गोलंबर से चलकर डाक बंग्ला चौराहे तक पहुंचा. रालोसपा ने नीतीश कुमार से अपने शब्द वापस लेने की मांग की है. शुक्रवार को उपेंद्र कुशवाहा ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नीतीश के नीच वाले बयान पर तीखी प्रतिक्रिया जाहिर की थी. उपेंद्र कुशवाहा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि नीतीश कुमार ने क्या समझ कर हमें नीच बनाया. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार या तो अपने बयान को वापस लें नहीं तो बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के सामने बंद कमरे में नीच वाले बयान का कारण बताएं.
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बासी भात में रुचि नहीं
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि बासी भात खाने में हमारी रूचि नहीं है, गठबंधन भारतीय जनता पार्टी से किया था. गठबंधन में सिर्फ बीजेपी, लोजपा और रालोसपा थे. उन्होंने कहा कि जब से JDU आया है रवैया बदल गया है.

जेडीयू से नहीं है गठबंधन
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि जिस शब्द से मुख्यमंत्री ने संबोधित किया, उससे आहत हूं. ये दुख का विषय है, मुख्यमंत्री जी को अपना शब्द वापस लेना चाहिए. क्या कारण था नीच कहा गया है. सवाल का जवाब मिलेगा तब गठबंधन की बात करूंगा.जेडीयू से मेरा कोई गठबंधन नहीं. गठबंधन धर्म का पालन हम करते हैं.