रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा कार्यकर्ताओं के साथ कोतवाली थाना गिरफ्तारी देने पहुंच थे. कुशवाहा और कार्यकर्ताओं की मांग है कि शिक्षा बचाओ राजभवन मार्च के दौरान हुई लाठीचार्ज मामले में उन पर केस हुआ था दर्ज केस वापस लिए जाएं. बता दें कि मुकदमे के विरोध में रालोसपा ने संयुक्त गिरफ्तारी देने का फैसला लिया है. रालोसपा ने शिक्षा बचाओ राजभवन मार्च निकाला था. इस मार्च में उपेंद्र कुशवाहा सहित कई कार्यकर्ता भी शामिल हुए थे. इस दौरान डाकबंगला चौराहा पर पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई. हालात को काबू में करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज किया था. पुलिस ने कुशवाहा और उनके 250 कार्यकर्ताओं पर कोतवाली थाने में केस दर्ज किया था. इनपर सरकारी काम में बाधा डालने, सड़क जाम करने और प्रतिबंधित क्षेत्र में हंगामा करने का आरोप है.
पुलवामा हमले में मारे गए सैनिकों के प्रति लोगों में जहां संवदेना है. वहीं आंतकवादी देश पाकिस्तान के खिलाफ लोगों में काफी रोष है. हमले के दो दिन बाद भी देशभर में शहीदों को श्रद्धांजलि अपने-अपने तरीके से दे रहे हैं. इसी कड़ी में शनिवार को पटना सिटी अंचल एवं अजीमाबाद में कार्यपालक पदाधिकारी सुशील कुमार मिश्रा के नेतृत्व में पुलवामा में हुए आतंकी हमले में शहीद सैनिकों की श्रद्धांजलि दी गई.
कार्यालय गेट पर शृंखलावद होकर कर्मचारियों दो मिनट का मौन रखा. उसके बाद भारत माता की जयकारे संग शहीद बेटों के अमर रहने के गगन चुंबी नारे लगाते हुए मोमबत्ती जलाकर एवं श्रद्धा पुष्प अर्पित कर नमन किया. साथ ही पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगे तथा आतंकवाद के खात्मे के लिए सरकार को पूरा समर्थन देने का प्रण लिया गया.
वहीं मुजफ्फरपुर में भी युवाओं ने सैकड़ों की संख्या में इकट्ठा होकर 10 किमी तक विरोध मार्च निकाला. यहां भगवानपुर चौक पर युवाओं ने आतंकी मसूद अजहर का पुतला फूंका साथ ही लोगों ने केंद्र सरकार से उचित और कठोर कार्रवाई करने की मांग की. इस दौरान लोगों ने घंटो सड़क जाम कर पाकिस्तान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया.
युवाओं ने पाकिस्तान पर करवाई की मांग करते हुए कहा कि सरकार 40 सैनिकों के बदले चार हजार आतंकियों का सिर कलम कर लाए. प्रदर्शनकारी युवाओं ने कहा कि सरकार को अब कोई कठोर और निर्णायक कदम उठाना होगा. सैकड़ों की संख्या में युवा तिरंगा लेकर सड़क पर उतर आए. लोगों ने कहा कि पूरा देश सरकार के साथ है. सरकार कोई फैसला करें
ऐसा पहला मौका था. जब शुक्रवार को बगैर किसी पार्टी, संगठन या किसी व्यक्ति विशेष के अाह्वान के ही राजधानी सुबह से देर शाम तक पुलवामा में हुए शहीदों को याद करती रही. लोग गम में डूबे रहे, विभिन्न चौक चौराहों पर प्रदर्शन किया. झंडा बैनर पोस्टर लेकर घर से बाहर निकले और आतंकवाद पर पूर्ण विराम लगाने की अपील की. लोगों के मन में सवाल था आखिर कब तक और कितने जवान शहीद होंगे. जब शाम ढली तो नजारा और भी भावुक हो गया. जब राजधानी पटना के अशोक राजपथ से युवाओं का काफिला हाथ में राष्ट्रीय ध्वज लिए कारगिल चौक के लिए निकला.
उर्दू एकेडमी से कारगिल चौक तक निकले काफिले भारत माता की जयकारे संग पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे बुलंद करते हुए अपना रोष प्रकट कर रहे थे. साथ ही यह भी कहा पाकिस्तानियों अब तुम्हारी खैर नहीं. हम बिहारी आ रहे. मार्च में पटना विश्वविद्यालय के छात्र नेता अंकित कुमार ने कहा कि यह घटना काफी दुखद और निंदनीय है. उन्होंने इस घटना में शहीद हुए जवानों के प्रति अपनी संवेदना जताई और कहा कि पाकिस्तान पर कार्रवाई होने से पहले देश के विभिन्न हिस्सों में जड़ जमा चुके आतंकियों पर कठोर प्रहार करना चाहिए. इस मार्च में रिशु मेहता, विजय कुशवाहा, देवेश माधव, प्रकाशदीप आदि शामिल.
इसके अलावा बिहार के अन्य जिलो और ब्लॉक स्तर पर लोगों ने रोष जताया. विभिन्न सड़कों, गलियों से हजारों लोगों का सैलाब आया. लाेग गम की रोशनी लेकर लोग कारगिल चौक, बोरिंग रोड, शहीद स्मारक आदि जगहों पर जुटे. इसमें हर वर्ग के लोग थे. हुजूम जाति, धर्म, स्त्री, पुरुष और उम्र की सीमा से ऊपर उठ एक आम हिंदुस्तानी बन कर खड़ा था. शाम चार बजे से नौ बजे तक कैंडल मार्च का दौर चला. किसी ने मौन श्रद्धांजलि दी तो कोई जिंदाबाद, अमर रहे जैसे नारों से सपूतों को याद करता रहा.
सड़कों के अलावा लोगों ने सोशल मीडिया पर भी अपने गम का इजहार, आतंकवाद पर नाराजगी दिखाई, पाक पर गुस्सा किया और केंद्र के आला नेताओं की आतंकवाद पर चेतावनी भरी बातों को शेयर किया. लोगों ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म को पूरा युद्ध का मैदान बना दिया था. दिन पर देश भक्ति के पोस्टों पर लाइन, कॉमेंट और शेयर का दौर चला.लोग सैनिकों के शहादत और श्रद्धांजलि के पोस्टर बनाकर शहीदों को याद कर रहे थे. सैनिकों की शहादत के गम में डूबे सबके के मन में एक ही सवाल था कि आखिर कब ऐसी कार्रवाई होगी, जिससे शहीदों के गम में जल रहे आम लोगों के कलेजे को ठंडक मिले.