प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने बिहार टॉपर घोटाला मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए घोटाले के मास्टरमांइड बच्चा राय की साढ़े चार करोड़ रुपये से अधिक की संपत्ति अटैच की है. बच्चा राय के साथ ही ED ने उसके परिजनों की सपंति भी अटैच की है. बच्चा राय छात्रों से पैसे वसूलकर उन्हें परीक्षा में टॉप कराता था. इसके बदले वह मोटी रकम लेता था और उसने इससे करोड़ों की संपत्ति बना ली थी.
ED ने वैशाली जिला स्थित विशुन राय कॉलेज के छात्रों के परिणामों में छेड़छाड़ को लेकर बच्चा राय को गिरफ्तार करते हुए मुख्य आरोपित बनाया गया था. मालूम हो कि बच्चा राय अभी जेल में बंद है. जेल में ही ED ने पूछताछ की थी. पूछताछ में बच्चा राय ने जमीन और फ्लैट खरीदने में किये गये अकूत निवेश के संबंध में संतोषजनक जवाब ED को नहीं दे पाया था. ED की कार्रवाई अभी जारी है.
जानकारी के मुताबिक, वर्ष 2016 में हुए इंटर टॉपर घोटाला मामले में जेल में बंद मुख्य आरोपित बच्चा राय और उसके परिजनों के नाम पर खरीदी गयी 4.53 करोड़ की संपत्ति शनिवार की सुबह जब्त कर ली. साथ ही बच्चा राय और उनके परिजनों के करीब 10 बैंक खातों को भी जब्त कर लिया है. इसमें पटना और हाजीपुर के उसके फ्लैट के साथ हाजीपुर, भगवानपुर और महुआ के 29 प्लॉट भी शामिल हैं.
The Enforcement Directorate (ED) took big action in the case of the Bihar topper scam, while the mastermind of the scam attached to the property worth more than Rs.4.5 crore. Along with child opinion, ED also attached the portrait of his family members. Baccha Rai collected money from the students and topped them in the examination. Instead, he used to take that huge amount and he made it a property of crores.