बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का आज जन्मदिन है. वे आज 67 साल के हो गए. पीएम नरेंद्र मोदी ने आज सुबह-सुबह जन्मदिन की बधाई भेजी है. पीएम ने अपने ट्विटर अकाउंट से श्री कुमार को जन्मदिन की बधाई दी. उन्होंने अपने बधाई संदेश में लिखा है कि, मेरे मित्र और बिहार के डायनेमिक सीएम नीतीश कुमार जी को जन्मदिन की बधाई. पीएम ने लिखा कि नीतीश कुमार ने हमेशा देश हित के लिए काम किया और बिहार को आगे बढ़ाने के साथ-साथ बदलाव लाने की दिशा में बड़ा काम किया है. उन्होंने आगे लिखा है कि मैं नीतीश कुमार की सेहत के लिए भगवान से प्रर्थना करता हूं.
Birthday wishes to my friend and Bihar’s dynamic CM Shri @NitishKumar Ji. He has always served our nation with great diligence and his role in transforming Bihar is particularly noteworthy. I pray for Nitish Ji’s long life and good health.
— Narendra Modi (@narendramodi) March 1, 2018
बता दें कि यह संयोग है कि इस बार सीएम नीतीश का जन्मदिन होली के मौके पर पड़ रहा है. लेकिन, उन्होंने इस बार होली नहीं मनाने का निर्णय लिया है. मुजफ्फरपुर की घटना से वे काफी दुखी हैं. वहीं उनके जन्मदिन की पूर्व संध्या पर बिहार में राजनीतिक भूचाल भी आया हुआ है.बता दें कि अभी नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री के साथ जनता दल यू के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं. शराबबंदी के लिए नीतीश कुमार को अणुव्रत सम्मान से नवाजा गया था. हालांकि पुरस्कारों की भी लंबी फेहरिश्त है.
इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर राजनीति को अपना कॅरियर बनाने वाले नीतीश कुमार बिहार के नालंदा जिला स्थित हरनौत प्रखंड से आते हैं. कल्याण बिगहा में आज भी उनका पुश्तैनी मकान है. नीतीश कुमार 1974 तथा 1977 में लोकनायक जयप्रकाश नारायण के साथ संपूर्ण क्रांति आंदोलन में शामिल रहे.
जानें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की कुछ खास बातें
– नीतीश कुमार पहली बार 1985 में विधायक बने.
– 1987 में युवा लोकदल के अध्यक्ष बने.
– 1989 में वे बिहार जनता दल के सचिव बने.
– फिर 1989 में ही नीतीश कुमार पहली बार सांसद चुने गये.
– 1990 में पहली बार केंद्रीय कैबिनेट में शामिल हुए.
– केंद्रीय मंत्रिमंडल में कृषि राज्यमंत्री बने.
– 1991 में दोबारा सांसद बने.
– दोबारा सांसद बनने पर जनता दल के राष्ट्रीय सचिव बने.
– पीएम अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में वे 1998-1999 में रेल एवं भूतल परिवहन मंत्री भी बने. हालांकि अगस्त 1999 में गैसाल रेल एक्सीडेंट के बाद रेलमंत्री से इस्तीफा दे दिया.
– वे 2005 से 2014 तक एनडीए के नेतृत्व में बिहार के मुख्यमंत्री रहे.
– हालांकि वर्ष 2000 में वे पहली बार बिहार के मुख्यमंत्री बने थे, लेकिन 7 दिनों में ही इस्तीफा देना पड़ा था.
— वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में जदयू के खराब प्रदर्शन के बाद नीतीश कुमार ने 17 मई 2014 को इस्तीफा दे दिया और जीतनराम मांझी को सीएम बनाया.
– फरवरी 2015 में बिहार में बढ़ते राजनीतिक संकट को देख फिर से बिहार के सीएम बन गये. इन्हें राजद का समर्थन मिला.
– राजद के साथ महागठबंधन बना तथा 2015 फिर महागठबंधन की ओर से बिहार के सीएम बने.
– 10 अप्रैल 2016 को जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष निर्वाचित हुए, जो अभी तक बने हुए हैं.
– इसी बीच राजद से भी जदयू की खटपट बढ़ गयी. और, 26 जुलाई 2017 को नीतीश कुमार ने इस्तीफा दिया और उसी दिन एनडीए के सहयोग से फिर बिहार के सीएम पद की शपथ ली और वे सीएम की कुर्सी पर काबिज हैं.